माइक्रोब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म Twitter के कॉम्पिटिटर Koo ऐप जो भारतीयों को अपनी भाषाओं में जुड़ने और बात करने में सक्षम बनाता है इस International Translation Day पर एक तोहफा लाया है। अब यूज़र्स आठ भाषाओं में रियल टाइम ट्रांसलेशन का आनंद उठा सकते है।
यह अनोखा फीचर Koo के हिंदी, मराठी, कन्नड़, तमिल, असमिया, बंगाली, तेलुगु और अंग्रेजी में ऑटोमेटिक ट्रांसलेशन को सक्षम बनाता है साथ ही साथ उनकी डिजिटल पहुंच को भी बढ़ाता है। इससे भारत की भाषा विविधता के बीच यूज़र्स खुद को बेहतर तरीके से ज़ाहिर कर पाएंगे और अपने विचारों को सबसे शेयर कर पाएंगे। KOO इस तकनीक-संचालित अनुवाद सुविधा को सक्षम करने वाला दुनिया का पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है।
एक मल्टीलिंगुअल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में, Koo ने क्षेत्रों के यूज़र्स और महत्वपूर्ण हस्तियों को आकर्षित किया है जैसे मुख्यमंत्री, राजनीतिक नेता, खेल सितारे, मशहूर हस्तियां, आध्यात्मिक गुरु।यह सभी सक्रिय रूप से मंच का लाभ उठा रहे हैं और अब नए ट्रांसलेशन फीचर से कम्युनिटी के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने, बिना रुकावट अपने लोगों से जुड़ने और बड़े पैमाने पर दर्शकों तक पहुंचने के लिए वे इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
अपनी मल्टी-भाषा पेशकशों पर विचार करते हुए, Koo के एक प्रवक्ता ने कहा, “भारत एक अनोखा देश है। यहाँ हज़ारों भाषाएँ और बोलियां है। ज़्यादातर प्रोडक्ट्स मानकर चलते है की यूज़र्स ग्लोबल भाषा बोलते है जबकि यह भारत के लिए असत्य है। भारत को उसी की भाषा में बात करने, जुड़ने और खुदको व्यक्त करने का अवसर देने के अलावा हम अनुवाद के इस फीचर के साथ उनका यूज़र अनुभव भी बेहतर बनाना चाहते है। हम यह देखने के लिए उत्साहित है की बड़े पैमाने पर लोगों के बीच अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध हस्तियां इसका कैसे उपयोग करती है। दुनियाभर के किसी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने भारतीयों के लिए कभी ऐसी पेशकश नहीं की। हम भारतीयों के लिए, भारतीयों द्वारा बनाया गया भारत का पहला प्लेटफार्म बनकर खुश हैं!”
अपने लॉन्च के केवल 16 महीनों की अवधि में, कू ने 1 करोड़ से अधिक डाउनलोड प्राप्त किए हैं, जिसमें 50% से ज्यादा यूज़र्स सक्रिय रूप से हिंदी में कू कर रहे हैं। हम निकट भविष्य में 10 करोड़ डाउनलोड को अपना लक्ष्य बनाकर चल रहे है। चूंकि देशी भाषाओं में अभिव्यक्ति की शक्ति बहुत अधिक है, कू अब भविष्य में 25 क्षेत्रीय भाषाओं को कवर करने के लिए अपनी भाषाओं का विस्तार करना चाहता है। इस प्रकार से एक प्लेटफार्म को बढ़ावा मिलता है जहां इंटरनेट यूज़र्स विविध संस्कृतियों, विचारों और धारणाओं का जश्न मना सकें।