शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाए जाने का रास्ता साफ हो गया है! लंदन की कोर्ट ने माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है! लेकिन इसके साथ ही कोर्ट ने कहा है कि वह ऊपरी कोर्ट में अपील कर सकता है! माल्या को 14 दिन में फैसले के खिलाफ अपील करनी होगी! फैसला आने के बाद मामले को ब्रिटेन के गृह विभाग के पास भेज दिया गया है और अब देश के गृह मंत्री को इस पर फैसला लेना है!
फैसले पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि “यह भारत के लिए महान दिन है! भारत को धोखा देने वाला कोई भी व्यक्ति बच नहीं पाएगा, ब्रिटेन के कोर्ट के फैसले का स्वागत है! यूपीए के दौरान एक अपराधी को फायदा हुआ, एनडीए उसे गिरफ्तार करने के लिए लाता है!” भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि पीएम को इसके लिए बधाई देनी चाहिए कि पहले की तरह आज के समय में हमारी कोई भी जांच एजेंसी को अपना काम पूरा करने में कोई दिक्कत नहीं आती है! जनवरी के अंत तक, आप भारत में माल्या की वापसी की उम्मीद कर सकते हैं!’
वहीं सीबीआइ ने लंदन कोर्ट के फैसले का स्वागत किया! सीबीआइ ने कहा – हम जल्द ही उसे लाने और केस को खत्म करने की उम्मीद करते हैं! हमने इस मामले पर बहुत मेहनत की, हम कानून और तथ्यों पर मजबूत थे, प्रत्यर्पण प्रक्रिया का पालन करते समय हमें इस बात का विश्वास था।
हालाँकि भारत की ही तरह यूके में भी निचली और उपरी अदालतों के चक्कर में केस को लम्बा खींचने की परंपरा है! इसलिए हो सकता है की माल्या को लाने में और वक्त लग जाए! ऊपर से अंतिम फैसला गृह मंत्रालय करता है इसलिए भी अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है की इस फैसले के बावजूद माल्या को भारत लाने में और कितना वक्त लगेगा! लेकिन एक बात तो तय है की इससे हमारी एजेंसियों का मनोबल का जरुर बढ़ेगा और माल्या को भारत लाने में जरुर कामयाब होंगे!
फैसला आने से पहले Vijay Mallya ने वहां मौजूद मीडिया से कहा कि कोर्ट का जो भी फैसला आएगा वह उसे मंजूर होगा! उन्होंने कहा – मैंने किसी का पैसा नहीं चुराया, मैं लोन लिया हुआ पैसा चुकाने को तैयार हूं। लोन का प्रत्यर्पण से कोई संबंध नहीं है! बैंकों की ऋण राशि का भुगतान करने के प्रस्ताव पर विजय माल्या ने कहा कि जैसा कि मैंने कहा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है, इस बारे में उच्च न्यायालय को फैसला तय करने दें!
माल्या ने मनी लांड्रिंग के आरोपों के बाद मार्च 2016 में देश छोड़ दिया था, तब से वह लंदन में है। भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है! पिछले साल चार दिसंबर को लंदन की मजिस्ट्रेट अदालत में माल्या के खिलाफ सुनवाई शुरू हुई थी! इस बीच, हर ओर से फंदा कसता देख माल्या ने बैंकों का 100 फीसद कर्ज चुकाने का प्रस्ताव दिया! उसने बुधवार को इस संबंध में ट्वीट कर कहा था कि वह बैंकों का पूरा कर्ज चुकाने को तैयार है! उसका दावा है कि वह 2016 से ही कर्ज चुकाने का प्रस्ताव दे रहा है, लेकिन भारत सरकार ने उसके प्रस्ताव का कोई उत्तर नहीं दिया!
जागरण के हवाले से खबर है की “भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ रुपये लेकर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या के लिए मुंबई के आर्थर रोड जेल में उच्च सुरक्षित बैरक तैयार रखी गयी है! जेल के एक अधिकारी ने कहा कि अगर Vijay Mallya Extradition के बाद भारत लाया जाता है तो उसे जेल परिसर के अंदर दो-मंजिला इमारत में स्थित एक उच्च सुरक्षा वाली बैरक में रखा जाएगा! जेल के इसी हिस्से में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब को रखा गया था!
अधिकारी ने यह भी कहा कि जेल प्रशासन माल्या को यहां अपने सुधार केंद्र में सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अगर माल्या को यहां लाया जाता है तो हम उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे! अधिकारी का यह बयान तब आया था जब ब्रिटेन ने भारतीय अधिकारियों से आर्थर रोड जेल का एक वीडियो भेजने को कहा था जहां माल्या को प्रत्यर्पण के बाद रखने की योजना है! केंद्र सरकार ने भी आर्थर रोड जेल में कैदियों की सुरक्षा व्यवस्था का आकलन कर यूके सरकार को उसकी जानकारी दे दी थी!