कोरोनावायरस महामारी ने भारत में तेल और गैस, ऑटोमोबाइल, विमानन, कृषि, खुदरा आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों को काफी प्रभावित किया है। हम इस बात को अनदेखा नहीं कर सकते हैं कि शायद ही कोई क्षेत्र होगा जो इस संकट से अप्रभावित रहा है। बस प्रभाव कम या ज्यादा हो सकता है। वही भारत में शिक्षा क्षेत्र में भी इसके प्रभाव देखने को मिले है। जैसा कि हम जानते हैं कि कोरोनावायरस महामारी के कारण देश भर में राज्य सरकारों ने अस्थायी रूप से स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया है।
वर्तमान स्थिति के अनुसार, स्कूल और कॉलेज कब खुलेंगे इसमें अभी भी असमंजस की स्थिति है। जिसको देखते हुए देश की एजुकेशन मिस्टिरी ने ऑनलाइन शिक्षा का प्रावधान सुझाया। इसके बहुत सारे अच्छे परिणाम सामने आए। लेकिन एक बात है जिसके बारे में किसी ने गौर नहीं किया कि 6 -7 घंटे तक लैपटॉप या स्मार्टफोन के सामने लगातार बैठे रहना बच्चो की सेहत के लिए हानिकारक है। इसका असर उनकी आँखों पर साथ ही दिमाग पर भी पड़ता है। इस जरुरी मुद्दे के बारे बॉलीवुड एक्टर करन आनंद ने देश की एजुकेशन मिनिस्ट्री को ट्वीट किया और अपने विचार प्रकट किये।
करन आनंद ने अपने विचार ऑनलाइन एजुकेशन सिस्टम के बारे में अपनी राय देते हुए कहा “मैं इस लॉकडाउन में उन बच्चों के लिए चिंतित और तनावग्रस्त हूं, जो अपनी पढ़ाई पर सही से ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ हैं। लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं करता है कि ऑनलाइन एजुकेशन सिस्टम कारगर नहीं है। लैपटॉप या स्मार्टफोन के सामने 6 से 7 घंटे बैठना एक ऐसी चीज है जिसके बारे में हमें सोचना चाहिए, इसलिए मुझे लगता है कि ऑनलाइन पढ़ाई किसी भी वर्ग के छात्रों के लिए बहुत बुरा है। और जिसके ऊपर आवश्यक निर्णय लिया जाना चाहिए।”
— karanaanand (@karanaanand) June 29, 2020
अभिनेता करन आनंद ने ‘गुंडे’, ‘किक’, ‘कैलेंडर गर्ल्स’, ‘बेबी’ जैसे कई बॉलीवुड फिल्म्स में काम करके अपनी पहचान बनाई हैं। ‘किक’ मूवी में उनके द्वारा किए गए एक्शन सीन्स को प्रसंशको का काफी प्यार मिला था। लेकिन असल में उन्हें पहचान फ़िल्म ‘बेबी’ में निभाए गए उनके किरदार से मिली। हाल ही में उन्होंने मधुर भंडारकर की फ़िल्म ‘कैलेंडर गर्ल्स’ में कैमियो रोल किया था। जिसके बाद उन्होंने ‘लुप्त ‘ में प्रमुख किरदार निभाया, जिसे सराहा गया। अपनी सफलता के बाद, उन्हें कई प्रस्ताव मिले हैं। जिनको लेकर वे विचार कर रहे है और बहुत जल्द लॉकडाउन के ख़त्म होते ही वे अपनी आने वाली योजनाओं की घोषणा करेंगे।