भारत की प्रमुख जनजातियाँ और उनके क्षेत्र

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 366 के अनुसार जनजाति से तात्पर्य उन जनजातीय समुदायों के अंशों या समूहों से है जो संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत अनुसूचित जनजातियों के रूप में माने गये हैं! 2011की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातियों की जनसँख्या संपूर्ण भारत की जनसँख्या के 8.6% है, जो देश के अलग अलग हिस्सों में रहते हैं!

 

 राज्य प्रमुख जनजातियाँ
 हिमाचल प्रदेश
गड्डी, कनोरा, लाहौली
गुजरात भील, बंजारा, कोली, पटेलिया, डाफर, टोड़िया
 जम्मू कश्मीर
बक्करवाल, गद्दी, लद्दाखी, गुज्जर
 केरल कादर, उराली, मोपला, ईरुला, पनियान
 मध्यप्रदेश भील, लमबाडी, बंजारा, गोंड, अबूझमारिया, मुरिया, बिशनहार्न, गोंड खेरवार, असुर, वैगा, कोल, मुंडा
 महाराष्ट्र बारली, बंजारा, कोली, चितपावन, गोंड, अबुम्फामाडिया
 मणिपुर कुकी, मैटी, नागा, अंगामी

 

 मेघालय गारो, खासी, जयन्तिया, मिकिर
 मिजोरम लाखर, पावो, मिजो, चकमा, लुशाई, कुकी
 नागालैंड नागा, नबुई नागा, अंगामी, मिकिर
 उड़ीसा जुआंग, खरिया, भुइआ, संथाल, हो, कोल, ओरांव, चेंचू, गोंड, सोंड
 राजस्थान मीणा, सहरिया, सांसी, गरासिया, भील, बंजारा, कोली
 सिक्किम लेपचा
 तमिलनाडु बड़गा, टोइकोटा, कोटा, टोडा
 त्रिपुरा रियांग, या त्रिपुरी

और पढ़ें : विश्व की प्रमुख वनस्पति, जनजातियाँ और उनके आवास

 उत्तराखंड थारू, कोय, मारा, निति, भोट अथवा भोटिया, खास
 पश्चिम बंगाल
लोघा, भूमिज, संथाल, लेपचा
 असम राभा, दिमारा, कोछारी वोडो, अबोर, आवो, मिकिर, नागा, लुसाई
 आंध्रप्रदेश चेंचुस, कौढस सवारा, गदवा, गोंड
 अरुणाचल प्रदेश
मोंपा, डबला, सुलुंग, मिश्मी, मिन्योंग, मिरिगेलोंग, अपतनी, मेजी
 झारखंड संथाल, मुंडा, हो, ओरांव, बिरहोर, कोरबा, असुर, भुइया, गोंड, सौरिया, भूमिज
 लक्षद्वीप वासी
 अंडमान निकोबार
औजें, जारवा, जरना, सेंटलीज, अंडमानी, निकोबारी

 

उम्मीद है ये रोचक पोस्ट आपको जरुर पसंद आया होगा! पोस्ट को पढ़ें और शेयर करें (पढाएं) तथा अपने विचार, प्रतिक्रिया, शिकायत या सुझाव से नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमें अवश्य अवगत कराएं! पुराने पोस्ट से संबंधित प्रतिक्रिया आप हमसे हमारे  ट्विटर  और  फेसबुक  पर जुड़कर शेयर कर सकते हैं!

Exit mobile version