एच डी देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मंगलवार को आरोप लगाया कि वह भारत को “हिंदू राष्ट्र” बनाना चाहते हैं! पूर्व प्रधानमंत्री ने इस पर भी सवाल उठाए कि संविधान के अनुच्छेद 370 को क्यों खत्म किया जाना चाहिए! यह अनुच्छेद जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देता है! उन्होंने कहा, “इसे क्यों खत्म किया जाना चाहिए? सवाल यह है कि इसे क्यों खत्म किया जाना चाहिए? वहां अनुच्छेद 370 मैंने नहीं दिया है!”
उन्होंने कहा, “जब कश्मीर वहां के महाराज के साथ हुए समझौते के बाद भारत में शामिल हुआ था, तब अनुच्छेद 370 पर सहमति हुई थी!” देवगौड़ा ने कहा, “वहां (जम्मू कश्मीर में) बौद्ध हैं, मुस्लिम हैं, हिंदू हैं, ब्राह्मण हैं, पंडित हैं और कई समुदाय हैं!” उन्होंने कहा, “वहां के माहौल को देखते हुए एक फैसले पर पहुंचा गया था!”
देवगौड़ा हासन में संवाददाताओं से बात कर रहे थे जहां से उनके पोते प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनावों के लिए जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवार हैं! उन्होंने कहा, “मोदी का विचार इस पूरे देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का है! क्या मैं हिंदू नहीं हूं? क्या मैं मुस्लिम या ईसाई या बौद्ध हूं? हमें हर धर्म पर भरोसा है!”
देवगौड़ा ने सभी संप्रदायों के सह-अस्तित्व वाली व्यवस्था की वकालत की और बंगाल (बांग्लादेश में विभाजित होने से पहले) में सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित नोआखली में शांति लाने के महात्मा गांधी के प्रयासों को याद कर कहा, “गांधी ने हमें स्वतंत्रता दिलाई, क्या इन लोगों ने (भाजपा) हमें आजादी दिलाई? आंबेडकर ने हमें संविधान दिया!”
साथ ही उन्होंने कहा, “आपके (भाजपा का) अपने विचार हो सकते हैं, अगर हिन्दुस्तान की 130 करोड़ जनता इस विचार से सहमत है, तो इस चुनाव में इसकी भी परीक्षा हो जाए!” वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हाल ही में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने की वकालत की थी और कहा था कि अनुच्छेद 35ए “संवैधानिक रूप से कमजोर” है और राज्य के आर्थिक विकास में भी बाधा डाल रहा है! अनुच्छेद 35ए अस्थायी निवासियों को जम्मू-कश्मीर में संपत्ति खरीदने से रोकता है! जेटली की इस टिप्पणी का जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं ने विरोध किया था!