Taj Mahal | ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। इसकी खूबसूरती और नक्काशी इतनी बारीकी से की गई है कि देखने वाला देखता रह जाता है। यही वजह है कि हर साल ताजमहल देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है। अब तक आपने ताजमहल को लेकर कई तरह की बातें सुनी होगी। आज हम आपको बताएंगे ताजमहल से जुड़े कुछ ऐसे राज जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आज हम ताजमहल में बंद उन 22 कमरों के बारे में भी बात करने वाले हैं जो कई सालों से बंद है। लोग यह तक नहीं जानते हैं कि इन बंद कमरों में देवी देवता की मूर्तियां है या फिर किसी तरह का कोई शिलालेख है? तो चलिए जानते हैं ताजमहल से जुड़े कुछ अनसुने रहस्य.
इतिहास के पन्नों को यदि पलटा जाए तो ताजमहल को शाहजहां ने मुमताज के लिए बनवाया था लेकिन आज भी इस ताजमहल को लेकर यह सवाल उठते रहे हैं कि आखिर यह ताजमहल शाहजहां ने बनवाया था या किसी और ने? ताजमहल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है की शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में इस ताजमहल को बनाया था। हालाँकि कई लोगों का यह भी मानना है कि ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बल्कि किसी और ने बनवाया था लेकिन अंत में इसमें हेरा फेरी करके इसे इस्लामिक लुक दे दिया गया।
मशहूर शोधकर्ता और इतिहासकार पुरुषोत्तम नागेश ओक ने अपनी किताब ‘ताजमहल के रहस्य’ से पर्दा उठाया। उन्होंने इस किताब में इस बात का भी जिक्र किया है कि शाहजहां ने अपनी लूट की दौलत यहां पर छुपाए रखी है और उसके बाद इसे एक कब्र में तब्दील कर दिया।
यही नहीं इस किताब को पढ़ने के बाद यह भी सवाल खड़े होते हैं कि यदि शाहजहां ने यहां पर मुमताज को दफनाया होता तो इतिहास में ताजमहल में मुमताज को किस दिन शाही ठाट-बाठ के साथ दफनाया गया, इसका उल्लेख जरूर होता लेकिन इसका उल्लेख कहीं भी नहीं मिलता है जिसके बाद तरह-तरह के सवाल सामने आते हैं।
यही नहीं बल्कि यह तक कहा जाता है कि शाहजहां ने जीवित मुमताज के लिए एक भी निवास या महल नहीं बनाया तो फिर उनके मरने के बाद यहां पर भव्य महल क्यों बनाएगा? कहा जाता है कि शहंशाह के लिए मुमताज के कोई मायने नहीं थे क्योंकि जिस जगह वह रहते थे उनके आसपास हजारों सुंदर स्त्रियां रहती थी, ऐसे में सिर्फ मुमताज के लिए ताजमहल बनवाना कोई और चाल हो सकती है। इस किताब में ऐसे ही ढेर सारे सवाल लिखे गए हैं जो इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है।
आगरा से 600 किलोमीटर दूर बुरहानपुर में मुमताज की कब्र देखने को मिलती है जो आज भी वैसी की वैसी है। ऐसा कहा जाता है कि बुरहानपुर से मुमताज का शव लाया गया और उसे ताजमहल के नीचे दफनाया गया। ताजमहल का निर्माण ईंटों, लाल पत्थरों और सफेद संगमरमर से हुआ है। इसकी जालियों पर की गई बारीकी आज भी लोगों का ध्यान खींचती है। यही वजह है कि ताजमहल दुनिया के सबसे चर्चित पर्यटन स्थल में से एक है और हर रोज इसे देखने वालों की भीड़ बनी रहती है।
ताजमहल में करीब 22 कमरे हैं जो बंद है। कहा जाता है कि, मुख्य मकबरे और चमेली फर्श के नीचे 22 कमरे हैं जो मुगल काल से बंद है। रिपोर्ट कि माने तो इन कमरों को आखिरी बार 1934 के समय खोला गया था, उस दौरान भी केवल इन्हें निरीक्षण के लिए खोला गया जिसके बाद इसे बंद कर दिया गया, और आज तक इन कमरों को नहीं खोला गया। इन कमरों में क्या है इसका राज कोई नहीं जानता! इतना ही नहीं, ताजमहल के फर्श पर यमुना की और बनी दो सीढ़ियां भी है जिनके ऊपर लोहे का जाल बिछा दिया गया।
कई लोगों का ऐसा मानना है कि ताजमहल के बेसमेंट में जो कमरे बने हुए हैं वह मार्बल के बने हैं। ऐसा कहा जाता है कि तहखाना में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है तो कैल्शियम कार्बोनेट में बदल सकती है और कार्बोनेट डाइऑक्साइड मार्बल्स को पाउडर का रूप देना शुरू कर देते हैं, और शायद इसी वजह से इन कमरों को बंद किया गया है ताकि ताजमहल की दीवारों को किसी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके। इसके अलावा भी ताजमहल को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं जिनका जवाब अब तक कोई नहीं जान पाया है। हालाँकि इन सभी कहानियों के बीच यहां पर आज भी इसे मोहब्बत के प्रतिक के रूप में देखने वालों की भीड़ लगी रहती है।
यदि आप अभी तक ताजमहल नहीं गए हैं और ताजमहल की खूबसूरती को करीब से निहारना चाहते हैं तो आपको जानकारी दे दूँ की यहां पर जाने के लिए कई रास्ते हैं। यदि आप आगरा पहुंचने का सबसे तेज रास्ता ढूंढते है तो इसमें हवाई मार्ग पहले नंबर पर है। आगरा का अपना हवाई अड्डा है जो शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा रेल के माध्यम से भी आप जा सकते हैं। आगरा को देश के कई हिस्सों से जोड़ने वाली ट्रेनों का अच्छा नेटवर्क है। यहां पर आगरा के मुख्य रेलवे स्टेशन के अलावा दो अन्य स्टेशन भी है जिनका नाम राजा की मंडी और आगरा का किला स्टेशन है। यदि आप बस से जाना चाहते हैं तो आगरा के लिए कई महत्वपूर्ण शहरों से नियमित बस चलती है।
अगर आप आगरा घुमने के लिए जाने का प्लान करने वाले हैं तो आपको बता दूँ की आगरा में ताजमहल के अलावा फतेहपुर सीकरी, आगरा किला, मेहता बाग जैसे कई स्मारक है। आप यहां भी घूम सकते हैं। आगरा में आपको इतिहास, संस्कृति और सुंदरता का एक आदर्श मिश्रण देखने को मिलेगा जो आपके सफर को रोमांचक कर सकता है।